सआदत हसन मंटोवह अपने घर का तमाम ज़रूरी सामान एक ट्रक में लदवाकर दूसरे शहर जा रहा था कि रास्ते...
Read moreसआदत हसन मंटोउधर से मुसलमान और इधर से हिंदू अभी तक आ जा रहे थे। कैंपों के कैंप भरे पड़े...
Read moreसआदत हसन मंटोगाड़ी रुकी हुई थी।तीन बंदूकची एक डिब्बे के पास आए। खिड़कियों में से अंदर झाँककर उन्होंने मुसाफ़िरों से पूछा—“क्यों...
Read moreसआदत हसन मंटोलबलबी दबी – पिस्तौल से झुँझलाकर गोली बाहर निकली.खिड़की में से बाहर झाँकनेवाला आदमी उसी जगह दोहरा हो...
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