भर्तृहरि ------ भर्तृहरि लौट-लौट आते हैं अवन्ती में, खड़े होते हैं कल्पलता के नीचे कभी मौन,कभी मुखर। वैराग्य के जंगल...
Read moreसांदीपनि परम तेजस्वी तथा सिद्ध ऋषि थे, सांदीपनि, का अर्थ ‘देवताओं के ऋषि’ होता है | उज्जैन ऋषि सांदीपनि की तप स्थली...
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