हमारी उज्जयिनी प्राचीन काल से ही शिक्षा का महत्त्वपूर्ण केन्द्र रही है । मुझे ऐसा लगता है कि ’गुरुभूमि’ के...
Read moreवराहमिहिर तुम पहले व्यक्ति हो वराहमिहिर! जो अवन्तिका से निकले तो फैल गये अखंड भारत में, उज्जयिनी में नहीं होकर...
Read moreभर्तृहरि ------ भर्तृहरि लौट-लौट आते हैं अवन्ती में, खड़े होते हैं कल्पलता के नीचे कभी मौन,कभी मुखर। वैराग्य के जंगल...
Read moreअस्ति सकलत्रिभुवनललामभूता,प्रसवभूमिरिव कृतयुगस्यात्मनिवासोचिता भगवता महाकालाभिधानेन भुवनत्रयसर्गस्थितिसंहारकारिणाप्रमथनाथेनेववापरेव••••विजितामरलोकद्युतिरवन्तीषूज्जयिनी नाम नगरी। उपन्यासकार बाणभट्ट ,620 ईस्वी की कृति कादम्बरी में उल्लेखित उज्जयिनीवर्णन पर आधृत...
Read moreक्षिप्रा नदी का काफी पौराणिक महत्व है और यह मध्य प्रदेश की धार्मिक और ऐतिहासिक नगरी उज्जैन से होकर गुजरती...
Read moreवीर दुर्गादास की छतरी, मंदिरों उज्जैन के शहर में स्थित एक विशिष्ट स्मारक है। यह स्मारक छतरी के रूप में वीर...
Read moreसांदीपनि परम तेजस्वी तथा सिद्ध ऋषि थे, सांदीपनि, का अर्थ ‘देवताओं के ऋषि’ होता है | उज्जैन ऋषि सांदीपनि की तप स्थली...
Read moreकाल की चर्चा हो तो एक स्थान का उल्लेख अवश्यंभावी हो जाता है और वह है महाकाल की नगरी उज्जैन...
Read moreसुप्रसिद्ध ज्योतिर्विद वराहमिहिर की बृहत्संहिता में एक उदकार्गल (जल की रुकावट) नामक अध्याय है। 125 श्लोकों के इस अध्याय में...
Read moreवराहमिहिर (वरःमिहिर) ईसा की पाँचवीं-छठी शताब्दी के भारतीय गणितज्ञ एवं खगोलज्ञ थे। उज्जैन के समीप कापित्थक अथवा 'कपिथा (वर्तमान में...
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