नरेन्द्र टाकीज के दरवाजे के ऐन नुक्कड़ पर हुआ करती फेमस आलूबड़े की दुकान आज वहां नहीं रही, लेकिन वही आस पास ‘नरेन्द्र टॉ. के फेमस आलूबड़े’ के नाम से २ अलग – दुकानों पर आलूबड़े मिलते है | चलिए आज आपको उनमे से एक दुकान ‘फेमस आलूबडा’ पर ले चलते है | पहले आप तस्वीरों का मजा लीजिये स्वाद की बाद बाद में –
हाँ तो साहब ! स्वाद तो पुराना वाला नहीं है पर स्वाद बुरा भी नहीं है, और हाँ, दादाजी जो मिर्च डालते थे वो नदारद है इन आलूबडों से, यानि की वो जो आँखों से आंसू निकलते हुए नाक सुडक कर आलूबडे-पाव खाने का मज़ा था वो भी नदारद है