पिल्केंद्र जी उज्जैन के उन चंद व्यंग्यकरों में से है जो अपने लेखन से आपके दिमाग की ढीले कब्जों को कसने का माद्दा रखते है | शरद जोशी के चरण चिन्हों का अनुसरण करते अपनी व्यंग्य की पताका ऊचीं रखने वाले पिल्केंद्र जी भी मुकेश जी के साथ उज्जैन(.)कॉम पर व्यंग्य का कोना संभालेंगे, ऐसा विश्वास है
अगस्त्य संहिता का विद्युत्-शास्त्र
सामान्यतः हम मानते हैं की विद्युत बैटरी का आविष्कार बेंजामिन फ़्रेंकलिन ने किया था, किन्तु आपको यह जानकार सुखद आश्चर्य...